Tuesday, March 10, 2009

.......बात निकलेगी तो फीर दूर तलक जायेगी..........


I am listening to a very very BEAUTIFUL & SITUATIONAL gazal by jagjeet sing and i want to dedicate this post to by these gazal.........
  1. बात निकलेगी तो फीर दूर तलक जायेगी
लोग बेवजह उदासी का सबब पूछेंगे
ये भी पूछेंगे की तुम इतनी परेशां क्यों हो
उँगलियाँ उठेगी सूखे हुए बालो की तरफ़
एक नजर देखेंगे गुजरे हुए सालो की तरफ़
चुडियो पर भी कई तंज किए जायेंगे
कापते हाथो पे भी फिकरे कसे जायेंगे

लोग जालिम है हर एक बात का ताना देंगे
बातो बातो में मेरा जिक्र भी ले आएंगे -२
उनकी बातो का जरा भी असर मत लेना
वरना चेहरे की तासुर से समज जायेंगे ..


चाहे कुछ भी हो सवालात न करना उनसे
मेरे बारे में कोई बात न करना उनसे


बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी...............
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2. ) ......... जुकी जुकी सी नजर...............

जुकी जुकी सी नजर दिल बेकरार है की नही......
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है की नही ......

तू अपने दिल की जवां धड़कनों को जिनके बता......
मेरी तरह तेरा दिल बेकरार है की नही.......
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है की नही....
जुकी जुकी सी नजर.......

वो पल जिसमे जवां मुब्बत होती है
उस एक पल का तुजे इन्तेजार है की नही....
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है की नही....
जुकी जुकी सी नजर.......

तेरी उमीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को...
तुजे भी अपने पे ऐतबार है की नही....
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है की नही...
जुकी जुकी सी नजर..........

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.....................चिट्ठी कोई संदेश............
चिट्ठी न कोई संदेश .................
हो...चिट्ठी न कोई संदेश
जाने वो कौनसा देश जहा तुम चले गए....
चिट्ठी न कोई संदेश....
जाने वो कौनसा देश जहा तुम चले गए...
चिट्ठी न कोई संदेश.....
जाने वो कौनसा देश जहा तुम चले गए...

एक आह भरी होगी हमने न सुनी होगी.....
जाते जाते तुमने आवाज़ तो दी होगी....
हर वक्त यही है गम,उस वक्त कहा थे तुम....
कहा तुम चले गए...
चिट्ठी न कोई संदेश ....
जाने वो कौनसा देश जहा तुम चले गए.....
इस दिल पे लगाके ठेस जाने वो कौनसा देश...
जहा तुम चले गये..........

हर चीज पे अश्को लिखा है तुम्हारा नाम....
ये रास्ते घर गलिया तुम्हे कर न सके सलाम ...
है दिल में रह गई बात,जल्दी से छुडा कर हाथ...
कहा तुम चले गए....
चिट्ठी न कोई संदेश जाने वो कौनसा देश...
जहा तुम चले गये....
इस दिल पे लगाके ठेस , जाने वो कौनसा देश.....
जहा तुम चले गये...........



अब यादों के कांटे इस दिल में चुभते है
न दर्द ठाहेरता है न aanson रुकते हैं
तुम्हे दूंद रहा है प्यार, हम कैसे करें iqraar
कहा तुम चले गए
चिठी न कोई संदेश जाने वोह कौन सा देश
जहा तुम चले गए जहा तुम चले गए
इस दिल पे लगाके ठेस जाने वो कौनसा देश....
जहा तुम चले गए....




हो....कहा तुम चले गए...२


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Posted on by Abhishek Jain | 4 comments

4 comments:

  1. hey...........abhi........really...great taste of gazal......

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  2. really nice one!!!
    mast h!!!

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  3. gazals r very nice but tumko iska bhi sokh hai great yaar

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